मंगलवार, 31 मार्च 2015

आधार कार्ड

आधार कार्ड क्या है ?

आधार कार्ड भारतीय सरकार द्वारा दिया गया ऐसा पचान पत्र है जिसमे 12 अंकों का विशेष नंबर दिया जाता है। जिसमे आपसे जुडी हुई अधिकाँश बातें एक ही कार्ड के जरिये मिल सकती है। जिसमे आपका नाम, पता, उम्र, जन्म दिनांक, बैंक कि जानकारी, कोड, पैन नंबर कि जानकारी के साथ साथ आपकी उँगलियों कि निशानी, आपकी फोटो और आखों कि स्कैनिंग भी कि जाती है। जिससे आधार कार्ड आपके लिए एक खास पहचानपत्र बन जाता है।
आधार कार्ड का इस्तमाल अलग अलग तरह कि रियायतों के लिए होती है। आधार कार्ड का इस्तमाल बैंक में और भी हर वो जगह जहां आपको आपका पहचान पत्र देना होता है वहां आधार कार्ड लगा सकतें है। पहले आपको नाम उम्र और पते के लिए अलग अलग प्रमाणपत्र देना होता था। लेकिन आधार कार्ड के आने से यह एक हि पत्र आप सभी कार्यों में लगा सकतें है।
यह भारत का विशेष आइडेंटिटी कार्ड है जिसमे सरकार द्वारा आपका नाम ढूंढते हि आपके बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल सकेंगी। साथ ही कोई और आपका जाली आधार नहीं बना सकता क्यूंकि आधार कार्ड पर आपके आँखों का स्कैन और उँगलियों कि निशानी होती है, और साथ हि आपको खास नंबर दिया जाता है जो किसी ओर के पास नहीं होता है। जिससे ही हादसे के दौरान आपकी सम्पूर्ण जानकारी इस कार्ड के जरिये मिल सकेंगी। इस लिए यह कार्ड बेहद जरुरी है।

आधार कार्ड बनाने का तरीका

आधार कार्ड बनाने के लिए सरकार ने एजेंसीयों के जरिये अलग अलग जगहों पर कैंप लगाये जातें है। अगर आप इन कैंप में नहीं जा पाए हो तो आप अपने जिला के जीआरसी (जेंडर रिसोर्स सेंटर) या डिप्टी कमिश्नर ऑफिस में जा कर आधार कार्ड के लिए आवेदन दे सकतें है।
आधार कार्ड देश में रहने वाला कोई भी शख्स इसे बनवा सकता है। जिसके पास भारत कि नागरिकता का हो। बच्चों का भी आधार कार्ड बन सकता है। आधार कार्ड को बनवाने लिए साल भर में आप कभी भी समय आवेदन दे सकतें है।
आधार कार्ड के लिए अलग अलग सेंटर खोले जातें है। आधार कार्ड बनवाने के लिए सेंटर में पहचान और पते के तौर पर एक प्रमाण पत्र ले जाना होता है। प्रमाण पत्र में आप यह दस्तावेज़ लगा सकतें है पैन कार्ड, वोटर आई डी कार्ड, पासपोर्ट, राशन कार्ड, बिजली का बिल, पानी या दूसरे किसी सरकारी बिल की फोटो कॉपी भी जमा सकते हैं।
अगर आपके पास कोई आई कार्ड नहीं है तो एमएलए, गैजटेड ऑफिसर, एमपी, मेयर से आवेदन कर सकते हैं। अगर आपके परिवार में अगर किसी एक के पास भी अगर पहचान का सबूत है तो वह अपना आधार कार्ड बनवाकर, फिर परिवार के बाकी सदस्यों का कार्ड बनवा सकता है। इसके लिए फोटो की जरूरत होती है, जो सेंटर पर ही खींची जाती है। रजिस्ट्रेशन फॉर्म ऑनलाइन भरा जाता है। और भरने के बाद उसे देख सकते हैं और जरूरत पड़ने पर ठीक भी कर सकते हैं। आखिर में आपको एनरॉलमेंट नंबर दिया जाएगा। जिससे आप अपने आधार कार्ड कि एप्लीकेशन कि स्थिति जांच सकतें है। आधार कार्ड को हम ऑनलाइन नहीं बना सकतें है। हां हम आधार कार्ड कि  एप्लीकेशन फॉर्म और आधार कार्ड कि स्थिति का जरुर पता लगा सकतें है। इसके साथ ही अगर आप चाहे तो आप ऑनलाइन अपॉइंटमेंट भी ले सकतें है।

आधार कार्ड से जुडी एहम बातें

आधार कार्ड के एनरोलमेंट के बाद सामान्य प्रक्रिया के अनुसार आधार कार्ड 2 से 3 महीनों के बीच आप तक पहुच जाता है। कार्ड भेजने की जिम्मेदारी पोस्टल डिपार्टमेंट की होती है। पोस्ट के जरिये आधार कार्ड आपके घर तक आएगा। अगर ऐसा होता है कि आधार कार्ड आपको नहीं मिलता है, लेकिन ऑनलाइन आपको यह जानकारी है कि आपका आधार कार्ड बन चूका है तो उस हालत में आप अपनी स्लिप लेकर जीआरसी या डीसी ऑफिस में जा सकते हैं। कोई भी शिकायत हो तो इन्हीं सेंटर में जाकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
साथ ही अगर कार्ड में किसी तरह का करेक्शन या सुधर करना हो तो भी आप इन्ही सेंटर में जाकर सुधार करवा सकतें है। यह काम ऑनलाइन आवेदन देकर भी हो सकता है। अगर आपके डाटा में कोई करेक्शन है तो भी आपको इन सेंटरों में जाना होगा। जीआरसी सेंटर और डीसी ऑफिसों में आधार कार्ड सुबह 9:30 से लेकर शाम 5 बजे तक बनाया जाता है। (जिसकी लिस्ट हमने आपको आधार कार्ड बनाने के तरीके में बताई है)
हमेशा यह सवाल पैदा होता है कि अगर आधार कार्ड नहीं बनवाया जाये तो क्या होगा? ऐसे में आप कई सारी सरकारी सेवाएं से वंचित हो जायेंगे। जैसे सब्सिडी और दूसरी सहूलियतें मिलने में परेशानी हो सकती है। क्योंकि ज्यादातर सरकारी सेवाओं के लिए आधार कार्ड जरूरी कर दिया गया है।

आधार कार्ड से मिलने वाली सहूलियतें


आधार कार्ड से आपको कई सारी सहूलियतें मिलती है जिसमे सबसे एहम है आपको घरों में मिलने वाली रसोई गैस। हाल ही में भारतीय सरकार के नियमों के अनुसार भारत वासियों को साल में 12 सिलेंडर (यह संख्या घट और बढ़ सकती है) दिए जायेंगे जो सरकार कि तरफ से सब्सिडी याने रियायती दरों पर लोगों को उपलब्ध करवाई जायेगी। और अगर आपको इससे ज्यादा सिलेंडर लेतें है तो आपको बिना रियायत के मिलेगा। जिसके लिए आपको आधार कार्ड बनवाना जरुरी है। 
इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए किस तरह आप अपने आधार कार्ड का प्रयोग कर सकतें है? जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया कि आधार 12 अंकों का एक यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर है जिससे कोई भी सरकारी सहूलियतों का फायदा आप हि उठा सकतें है। अगर आपके जगह पर कोई किसी भी तरह से आपकी सुविधाओं का फायदा उठा रहा है तो इस कदम के बाद इसमें काफी हद तक कमी आएगी। इस सरकारी पहल से अगर आप अपने बैंक अकाउंट को आधार से लिंक करतें है तो सब्सिडी कि रकम और स्कोलरशिप कि रकम सीधा आपके अकाउंट में आती है। जिससे बीच में होने वाली धांधलियों में कमी आती है।
मिनिस्ट्री ऑफ पेट्रोलियम एंड नेचरल गैस द्वारा भारत सरकार कि मदद से डायरेक्ट बेनिफिट ट्रान्सफर स्कीम (DBT) कि शुरुआत कि है। जिसमे आपका आधार कार्ड होना जरुरी है। और आधार कार्ड को बैंक अकाउंट से लिंक करना भी जरुरी है। अगर आपको सिलेंडर पर डिस्काउंट या रियायत चाहिए तो आपको कैश ट्रान्सफर कम्प्लेंट कस्टमर (CTC) कि सेवा का हिस्सा बनना होगा। यह सुविधा आप आपके किसी भी बैंक में जिसमे आपका अकाउंट है उस शाखा में जा कर आप आधार कार्ड को अकाउंट से लिंक करवाते ही आपको सरकारी सुविधाओं का लाभ मिल सकेंगा।

आधार के फायदे

कोई भी ऐसा काम, जिसमें पहचान की जरूरत होती है, इस कार्ड का इस्तेमाल हो सकता है।
  • आपकी पहचान सरकार को आसानी सेऑनलाइन मिल सकती है।
  • इस कार्ड के जरिए वेरिफिकेशन की प्रक्रिया आसान हो जाएगी।
  • प्रॉपर्टी के रजिस्ट्रेशन के लिए भी आधार कार्ड जरूरी कर दिया गया है।
  • एम्प्लोयिज़ प्रोविडेंड फंड ऑफिस द्वारा संचालित ईपीएफ योजना के तहत फायदा पाने के लिए आधार कार्ड जरूरी है।
  • छात्रों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप भी आधार कार्ड के जरिए ही उनके बैंक में जमा करवाई जाएगी।
  • अलग अलग तरह के लाइसेंस बनवाने, कार और दूसरी गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के लिए भी आधार कार्ड जरुरी होगा। 
  • मोबाइल नंबर लेने (सिम कार्ड) खरीदने के लिए भी यह कार्ड जरूरी होगा।
  • आधार कार्ड के जरिए अपना बैंक अकाउंट खुलवा सकते हैं।
  • इस कार्ड को कोई और इस्तमाल नहीं कर सकता है, जबकि राशनकार्ड समेत कई और दूसरे प्रमाण पत्र के साथ कई तरह कि गड़बड़ियाँ हुई है और होती रहती है।
आधार कार्ड के लिए मोबाइल नंबर और ई-मेल नंबर दें
  • आधार कार्ड के रजिस्टेशन फॉर्म भरते समय अगर आप अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर करतें है तो आपको मोबाइल पर एसएमएस के जरिए सरकारी सेवाओं की जानकारी मिलती रहेगी।
  • ठीक इसी तरह, अगर आप अपना ई-मेल देतें है तो तमाम सरकारी सुविधाओं कि जानकारी आपको ईमेल के जरिये मिल सकेगी।
  • अगर आपका मोबाइल नंबर और ईमेल आधार कार्ड बनाते समय नहीं दिया गया था तो आप आधार कार्ड बनने के बाद भी मोबाइल और ई-मेल को लिंक कर सकते हैं। इसके लिए आपको मैनुअल या ऑनलाइन एंट्री करनी होगी।
बैंक अकाउंट लिंक
  • आप रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरते वक्त या उसके बाद भी अपने बैंक का अकाउंट लिंक करा सकते हैं। इसके लिए आपको मैनुअल या ऑनलाइन एंट्री करानी होगी।
  • बैंक अकाउंट लिंक कराने से सरकारी स्कीम की रकम सीधे आपके अकाउंट में आने लगेगी।
  • अगर आप सरकारी योजनाओं की कैटिगरी में नहीं आते या सरकार के साथ बिजनेस करते हैं और आपकी राशि सरकारी एजेंसी पर बकाया है तो आपके अकाउंट में सीधा पैसा आ जाएगा।
  • रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर बस आपको अपना अकाउंट नंबर लिखना है, लिंक करने का काम अथॉरिटी करेगा।